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Industrialist Anand Mahindra Biography in Hindi, उद्योगपति आनंद महिंद्रा जी की जीवन परिचय, Anand Mahindra Family, Education, Personal Life, Social Work, Honored and Awards
इंसान में अगर कुछ कर गुजरने की हिम्मत हो तो वो अपनी खास जगह लाखों की भीड़ में भी बना लेता है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण जाने-माने उद्योगपति और महिंद्रा समूह के अध्यक्ष उद्योगपति आनंद महिंद्रा जी हैं। जिन्हें एक प्रतिष्ठित बिज़नेस विरासत के रूप में मिला, लेकिन 1997 में उन्होंने अपने प्रतिभा और कौशल के दम पर कंपनी के प्रबंध निदेशक (Managing Director) होने का गौरव हासिल किया, और इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
बिजनेसमैन होते हुए भी उन्होंने जरूरतमंदों की मदद और समाज सेवा कर अपनी खास पहचान बनाई है। आइए इस आर्टिकल में जानते हैं, महिंद्रा ग्रुप को सफलता की नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले आनंद महिंद्रा जी के जीवन का प्रेरणादायी सफर।
आज श्री आनंद महिंद्रा जी का ऑटो जगत में एक बड़ा नाम हैं, और उनकी गिनती देश-दुनिया के बड़े उद्योगपतियों में होती है। एम एंड एम (M&M ) ग्रुप की शुरुआत आनंद महिंद्रा के दादा जी जगदीश चंद्र (JC) महिंद्रा ने की थी। हालांकि शुरुआत में इसका नाम महिंद्रा एंड मोहम्मद रखा गया क्योंकि मालिक मोहम्मद गुलाम जगदीश चंद्र (JC) महिंद्रा जी के पार्टनर थे, मालिक मोहम्मद गुलाम भारत के विभाजन के बाद पाकिस्तान चले गए, और पाकिस्तान के पहले वित्त मंत्री (Finance Minister) बने।
जिसके बाद जगदीश चंद्र (JC) महिंद्रा जी ने अपने भाई कैलाशचंद्र महिंद्रा जी के साथ बिज़नेस शुरुआत ‘महिंद्रा एंड महिंद्रा’ के नाम से की। उनके दादा जगदीश चंद्र जी और कैलाश चंद्र जी ने पंजाब के लुधियाना में महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी (Mahindra & Mahindra Company) की नींव रखी थी। यह कारोबार Industrialist Anand Mahindra जी को विरासत में मिला था।
नाम (Name) | आनंद महिंद्रा |
जन्म तारीख | 1 मई 1955 (रविवार) |
उम्र (Age) | 67 साल (2021 तक) |
जन्म स्थान | मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |
राशि चक्र | वृषभ |
वर्तमान निवास | नेपियन सी रोड, मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
स्कूल (School) | द लॉरेंस स्कूल, लवडेल (तमिलनाडु) |
कॉलेज / विश्वविद्यालय | कैम्ब्रिज, मैसाचुसेट्स में हार्वर्ड विश्वविद्यालय, बोस्टन, मैसाचुसेट्स में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल |
शैक्षिक योग्यता | हार्वर्ड विश्वविद्यालय से फिल्म मेकिंग और आर्किटेक्चर में मॅग्ना कम लॉड स्नातक, हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) |
Works for | Mahindra & Mahindra |
पद (Position) | Chairman and Managing Director |
नेटवर्थ | 250 करोड़ अमरीकी डॉलर (USD) |
शौक (Hobbies) | फिल्में देखना, किताबें पढ़ना, फोटोग्राफी और नौकायन (Sailing) |
भारत के जाने-माने Industrialist Anand Mahindra का जन्म 1 मई 1955 को महाराष्ट्र मुंबई में हुआ। उनके पिता हरीश महिंद्रा जी और उनकी मां इंदिरा महिंद्रा जी दादा जी (जगदीश चंद्र जी) के बाद इस कारोबार को सँभालते थे। Anand Mahindra भी अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने पारिवारिक व्यवसाय से जुड़ गए।
आनंद महिंद्रा जी ने अनुराधा जी से शादी की, जो एक पत्रकार थीं और बाद में उन्होंने वर्वे (Verve) नामक मैगज़ीन लॉन्च की। वह वर्तमान में वर्वे और मैन्स वर्ल्ड (Verve and Man’s World) मैगज़ीन की संपादक हैं। उनकी दिव्या और आलिका नाम की दो बेटियां हैं।
दादा (Grandpa) का नाम | जगदीश चंद्र (JC) महिंद्रा जी |
पिताजी का नाम | हरीश महिंद्रा जी |
माताजी का नाम | इंदिरा महिंद्रा जी |
भाई -बहन, बहनें | अनुजा शर्मा आणि राधिका नाथ |
पत्नी का नाम | अनुराधा महिंद्रा |
बच्चे (Daughters) | दो बेटियां (दिव्या और आलिका) |
श्री. Anand Mahindra पढाई में शुरू से ही तेज थे। उन्होंने साल 1977 में, अमेरिका के हार्वर्ड कॉलेज (कैम्ब्रिज, मैसाचुसेट्स) के ‘डिपार्टमेंट ऑफ विज्युल एंड एनवायरॉनमेंटल स्टडीज’, से ग्रेजुशन किया। जिसके बाद 1981 में उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल (HBS), बोस्टन, मैसाचुसेट्स से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में MBA की डिग्री हासिल की।
एमबीए पूरा करने के बाद, Anand Mahindra साल 1981 में भारत लौट आए, और यहां उन्होंने अपना पहला कार्यभार ‘महिन्द्रा यूजाइन स्टील कंपनी’ (MUSCO) में वित्त निदेशक के कार्यकारी सहायक (Executive Assistant to the Director of Finance) के रूप में संभाला।
उन्होंने 1997 में, अपने हुनर और कौशल के बल पर महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra & Mahindra) कंपनी के प्रबंध निदेशक (Managing Director) का पद संभाला। जिसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा। Anand Mahindra कंपनी के वाइस चेयरमैन (Vice Chairman) साल 2003 में बने, और यहीं से उन्होंने न्यू कोटक महिंद्रा की भी शुरुआत की।
श्री. आनंद महिंद्रा जी की फिल्म निर्माण में गहरी रुचि है, एक ऐसा विषय जिसे उन्होंने हार्वर्ड में स्नातक के रूप में अपनाया था। वह एक अच्छे फोटोग्राफर भी हैं, जिनकी फिल्मों में गहरी दिलचस्पी है। उन्हें ब्लूज़ सुनने में भी मज़ा आता है, और उन्होंने 2011 से मुंबई में सालाना आयोजित होने वाले महिंद्रा ब्लूज़ फेस्टिवल (Mahindra Blues Festival) की स्थापना की है।
Industrialist Anand Mahindra कला और संस्कृति को बढ़ावा देते हैं, उन्होंने महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स (Mahindra Excellence in Theater Awards) और महिंद्रा सनटकड़ा लखनऊ फेस्टिवल (Mahindra Suntakra Lucknow Festival) नामक एक पुरस्कार मंच की स्थापना की है, जो लखनऊ में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली एक शिल्प प्रदर्शनी और प्रदर्शन कला कार्यक्रम है।
Industrialist Anand Mahindra जितने अच्छे व्यवसायी हैं उतने ही अच्छे समाजसेवी भी हैं। हमेशा लोगों की मदद करनेवाले श्री. आनंद महिंद्रा जी का दान और अच्छे काम हमेशा चर्चा में रहते हैं। उन्होंने CSR (कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) के तहत Rise for Good प्रोग्राम की शुरुआत की। इसमें स्वास्थ्य से लेकर स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता समेत कई मुद्दों पर काम किया जा रहा है। इन प्रोग्राम्स से कमजोर आर्थिक स्थिति वाले लोगों को सीधे जोड़ा जाता है।
उन्होंने हार्वर्ड मानविकी केंद्र (Harvard Humanities Center) का समर्थन करने के लिए $ 10 मिलियन का दान दिया। इस दान की मान्यता में, केंद्र का नाम बदलकर हार्वर्ड में महिंद्रा ह्यूमैनिटीज सेंटर (Mahindra Humanities Center) कर दिया गया।
Anand Mahindra प्रोजेक्ट नन्ही कली (Nanhi Kali) के संस्थापक हैं, जिसका उद्देश्य भारत में वंचित लड़कियों को प्राथमिक शिक्षा प्रदान करना 2019-2020 तक, इस परियोजना ने 174,681 वंचित लड़कियों का समर्थन किया है। उद्योगपति आनंद महिंद्रा जी नंदी फाउंडेशन (Naandi Foundation) के अध्यक्ष और लाइफ ट्रस्टी हैं, जो एक भारतीय धर्मार्थ ट्रस्ट है, जो भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास की दिशा में काम करता है।
महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन श्री. आनंद महिंद्रा जी कोरोना संक्रमण के बीच भी मदद के लिए आगे आए। उन्होंने अपना एक महीने का वेतन दान कर दिया था, साथ ही टेंपररी तौर पर अपने रिजॉर्ट्स को, कोरोना संक्रमित मरीजों की देखभाल के लिए देने की घोषणा की थी।
उद्योगपति आनंद महिंद्रा जी द्वारा ऑस्ट्रेलिया में इतिहास रचने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को नई गाड़ियां भेंट की गईं। महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा जी ने, गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) और सुमित अंतिल (Sumit Antil) को दो बिल्कुल नई पर्सनलाइज्ड कारें गिफ्ट की हैं। नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में भला फेंक (Javelin Throw) स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है, और सुमित अंतिल ने भी पैरालम्पिक 2020 में भला फेंक (Javelin Throw) स्वर्ण पदक जीता है।
टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला अवनी लेखरा को, निशानेबाजी में गोल्ड मेडल जीतने के बाद एक कस्टम-मेड वाहन देने का वादा किया, और वादा करने के पांच महीने के भीतर ही, महिंद्रा समूह के अध्यक्ष श्री. आनंद महिंद्रा जी ने पैरा-एथलीट अवनी लेखरा को एक कस्टम-मेड XUV 700 उपहार में दी। साथ ही, भारत की पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष और रियो खेलों की रजत पदक विजेता दीपा मलिक को भी उन्होंने एक कस्टम-मेड XUV 700 उपहार में दी है।
हमेशा जरूरतमंदों की मदद करने वाले Industrialist Anand Mahindra को कई सम्मानों से नवाजा जा चुका है। उनके उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए, साल 2020 के लिए व्यापार और उद्योग श्रेणी के लिए भारत सरकार ने उन्हें देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया है।
हमेशा जरूरतमंदों की मदद करना और महिंद्रा एंड महिंद्रा को सफलता की नई ऊंचाइयों पर ले जानेवाले Industrialist Anand Mahindra आज वास्तव में लाखों लोगों के लिए एक प्रेरणा Inspiration हैं। उन्होंने अपनी सफलता की नई कहानी Success Story मेहनत और लगन के दम पर लिखी है।
आनंद महिंद्रा जी अपने ट्रैक्टरों, स्कॉर्पियो और बोलेरो जैसे स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहनों के लिए सबसे अच्छी तरह से जाने जाते है। आनंद महिंद्रा जी के पास कोटक महिंद्रा बैंक में एक छोटी लेकिन मूल्यवान हिस्सेदारी भी है। उन्होंने कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में अपनी भूमिका को त्याग दिया और अप्रैल 2020 में महिंद्रा एंड महिंद्रा के Non-Executive Chairman बने।
डॉ. अनीश शाह (2 अप्रैल 2021) महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के वर्तमान प्रबंध निदेशक और सीईओ हैं।
250 करोड़ अमरीकी डॉलर
एम एंड एम (M&M) ग्रुप की शुरुआत आनंद महिंद्रा जी के दादा जी जगदीश चंद्र (JC) महिंद्रा जी ने 2 अक्टूबर 1945 को पंजाब के लुधियाना में की थी।